5 Easy Facts About सोयाबीन के तेल के फायदे Described

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जी हां, सोयाबीन में मौजूद एमिनो एसिड और केराटिन ऐसे अणुओं को बढ़ा सकता है, जिससे बालों की जड़ों को मजबूत बनाया जा सकता है। यही कारण है कि कई शैंपू में सोया डेरिवेटिव या सोयाबीन ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है।

महिलाओं में एस्ट्रोजन नामक एक हार्मोन होता है, जो उन्हें कई बड़े विकारों से बचाने में मदद करता है। एस्ट्रोजन हड्डी के मेटाबोलिज्म को नियमित रखने में मदद करता है और यह हड्डियों के नुकसान और ऑस्टियोपेनिया की समस्याओं को कम करने में मदद करता है।

सोयाबीन का तेल स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए कैसे फायदेमंद है?

इसमें फाइटोएस्ट्रोजन गुण पाए जाते हैं इसलिए इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से पुरुषों के स्पर्म की गुणवत्ता में कमी आ सकती है।

क्या सोयाबीन का तेल आपके लीवर के लिए बुरा है?

यह लिवर की सूजन या फैटी लिवर की समस्या से राहत दिलाने में मददगार होता है। इसके नियमित सेवन से लिवर की कार्य क्षमता बढ़ने के साथ साथ पाचन क्रिया मजबूत होती है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद मिलती है और शरीर स्वस्थ व निरोगी रहता है।

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सोयाबीन के तेल से हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है। भले ही खाद्य उद्योग बाजार सोयाबीन के तेल को अच्छे रूप में प्रस्तुत करता हो, लेकिन वास्तव में साइंस check here इसका प्रभाव को विपरीत दर्शाता है। सोयाबीन के तेल में ज्यादातर पॉलीअनसेचुरेटेड वसा होता है। खाना पकाने की प्रक्रिया में गर्मी के संपर्क में आने पर ये वेजिटेबल ऑयल ऑक्सीडाई होते हैं। इन ऑक्सीडाइज़्ड फैट के सेवन से ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल लेवल और सीने में जलन जैसी समस्याएं होने लगती है।

अगर नियमित रूप से इसका सेवन किया जाए तो सोयाबीन का तेल कुछ बीमारियों को रोक सकता है। उनमें से एक एनीमिया है जो शरीर में लोहे की कमी के कारण होता है । शाकाहारी लोगों के लिए सबसे ज्यादा चिंता एनीमिया है क्योंकि उनके आहार में पर्याप्त मात्रा में आयरन नहीं होता है। सौभाग्य से, हाल के शोधों से यह देखा गया है कि सोयाबीन के तेल में वास्तव में उच्च स्तर का लोहा होता है। इसलिए शाकाहारियों को फिर से चिंता करने की ज़रूरत नहीं है कि उन्हें यह कहाँ मिलेगा क्योंकि वे सोयाबीन तेल के साथ टेम्पे को भून सकते हैं। इसमें मौजूद आयरन फेरिटिन के रूप में होता है जिसे शरीर आसानी से अवशोषित कर सकता है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है.

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इस तेल के अत्यधिक प्रयोग से कुछ लोगों को एलर्जी या पेट और सीने में जलन की समस्या हो सकती है। चूंकि कुछ लोग बचपन से जो ऑयल खाते रहते हैं, उन्हें उसी की आदत हो जाती है। ऐसे में अगर सोयाबीन ऑयल से आपकी सेहत मेल न खाए तो आपको इस तेल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसके अलावा स्त्री रोग की शिकार महिलाओं, मूत्राशय और मोटापे से ग्रसित लोगों को भी इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। मधुमेह के रोगियों को भी सोयाबीन ऑयल का प्रयोग नहीं चाहिए। साथ ही अगर आप किसी खास बीमारी की दवा ले रहे हैं तो अपने चिकित्सक से सलाह लेने के बाद ही सोयाबीन के तेल का सेवन करें।

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